झारखंड, जिसे “फॉरेस्ट लैंड” (वनों की भूमि) भी कहा जाता है, भारत के पूर्वी हिस्से में स्थित एक प्राकृतिक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध राज्य है। यह राज्य अपनी घनी हरियाली, झरनों, जनजातीय संस्कृति, खनिज संपदा और ऐतिहासिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ की राजधानी रांची, खूबसूरत वादियों और जलप्रपातों से घिरी हुई है, जो इसे एक प्रमुख पर्यटन स्थल बनाती है।

1. झारखंड का इतिहास और स्थापना
सबसे पहले, झारखंड का उल्लेख प्राचीन ग्रंथों में “किकट प्रदेश” के रूप में मिलता है।मध्यकाल में यह क्षेत्र मौर्य, गुप्त और मगध साम्राज्य का हिस्सा था।औपनिवेशिक काल में यह बिहार का हिस्सा था, लेकिन जनजातीय लोगों की मांग और संघर्ष के बाद 15 नवंबर 2000 को यह बिहार से अलग होकर एक स्वतंत्र राज्य बना।
2. झारखंड की जनजातीय संस्कृति और परंपराएँ
झारखंड अपनी समृद्ध आदिवासी संस्कृति के लिए जाना जाता है। यहाँ की प्रमुख जनजातियाँ हैं:-
संथाल
मुंडा
हो
उरांव
लोक कला और हस्तशिल्प
सोहराय और कोहबर पेंटिंग – ये पारंपरिक जनजातीय चित्रकलाएँ दीवारों पर बनाई जाती हैं।
पत्थर और लकड़ी की नक्काशी – झारखंड के कारीगर इसे बेहतरीन तरीके से बनाते हैं।
टसर सिल्क (Tussar Silk) – यह झारखंड का प्रमुख हथकरघा उद्योग है।
लोक नृत्य और संगीत
छऊ नृत्य – यह युद्ध शैली का नृत्य है, जो बहुत प्रसिद्ध है।
पाइका नृत्य – यह भी एक पारंपरिक नृत्य शैली है, जो शौर्य का प्रतीक है।

3. झारखंड के प्रमुख पर्यटन स्थल
प्राकृतिक पर्यटन स्थल
झारखंड प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर राज्य है। यहाँ के प्रमुख पर्यटन स्थल हैं:
हुंडरू जलप्रपात – झारखंड का सबसे ऊँचा जलप्रपात।
दशम जलप्रपात – यहाँ का एक और खूबसूरत जलप्रपात।
नेटारहाट – जिसे “झारखंड का दार्जिलिंग” कहा जाता है।
बेतला राष्ट्रीय उद्यान – यहाँ बाघ, हाथी और अन्य वन्यजीव देखे जा सकते हैं।
धार्मिक स्थल
बाबा बैद्यनाथ धाम (देवघर) – यह 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है।
राजरप्पा मंदिर – माँ छिन्नमस्तिका का प्रसिद्ध मंदिर।
परसनाथ हिल – यह जैन धर्म के सबसे पवित्र तीर्थस्थलों में से एक है।

4. झारखंड की अर्थव्यवस्था और खनिज संपदा
झारखंड को “भारत की खनिज राजधानी” कहा जाता है, क्योंकि यहाँ कोयला, लोहा, तांबा, अभ्रक और बॉक्साइट जैसे खनिज प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं।
कोयला खनन – धनबाद को “भारत की कोयला राजधानी” कहा जाता है।
इस्पात उद्योग – बोकारो और जमशेदपुर में प्रमुख स्टील प्लांट हैं।
हथकरघा और सिल्क उद्योग – झारखंड का टसर सिल्क पूरी दुनिया में मशहूर है।

5. झारखंड की खान-पान संस्कृति
झारखंड का भोजन सादगी और स्थानीय स्वाद से भरपूर होता है। यहाँ के कुछ प्रमुख व्यंजन हैं:
धुस्का – चावल और चने के आटे से बनी एक स्वादिष्ट डिश।
पिठा – खासकर त्योहारों पर बनाया जाने वाला व्यंजन।
चुड़का भात – यह झारखंड का पारंपरिक भोजन है।
हंडिया – यह चावल से बनी एक पारंपरिक जनजातीय ड्रिंक है।

6. झारखंड की शिक्षा और प्रमुख संस्थान
बिट्स मेसरा, रांची – यह भारत के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग कॉलेजों में से एक है।
आईआईटी (ISM) धनबाद – खनन और भूविज्ञान में प्रसिद्ध संस्थान।
रांची विश्वविद्यालय – राज्य का प्रमुख उच्च शिक्षा संस्थान।
7. झारखंड की राजनीति और विकास
झारखंड में वर्तमान में कई इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स चल रहे हैं, जैसे स्मार्ट सिटी रांची, रेलवे नेटवर्क विस्तार, और हाईवे प्रोजेक्ट्स।
खनन और औद्योगिकीकरण की वजह से यह राज्य भारत की अर्थव्यवस्था में अहम योगदान देता है।
पर्यटन और ईको-टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए सरकार नई योजनाएँ बना रही है।

निष्कर्ष
झारखंड एक ऐसा राज्य है जो न केवल प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर है, बल्कि यहाँ की संस्कृति, इतिहास और आर्थिक महत्व भी इसे विशेष बनाते हैं। यदि आप कभी झारखंड घूमने की योजना बना रहे हैं, तो यह यात्रा निश्चित रूप से एक अनूठा और यादगार अनुभव होगी।